*वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान से बदलेगी प्रदेश की तस्वीरःकुमावत*
*- आमजन की भागीदारी के जरिए जल एवं पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देने की जरूरत।*
*-प्रभारी मंत्री कुमावत ने जालीपा अमृत सरोवर मंे पूजन,श्रमदान के साथ पौधारोपण किया।*
बाड़मेर,17 जून। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान से प्रदेश की तस्वीर बदलेगी। इसके जरिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जल एवं पर्यावरण संरक्षण की परंपरा का पुर्नजीवित करने की अभिनव पहल की है। इस अभियान मंे आमजन की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाए। पशुपालन,गोपालन,डेयरी एवं बाड़मेर जिले के प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत ने मंगलवार को जालीपा ग्राम पंचायत मंे वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत अमृत सरोवर पूजन,श्रमदान एवं पौधारोपण कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए यह बात कही।
प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की दूर दृष्टि का परिणाम है। इसका उद्देश्य जल स्रोतों की स्वच्छता, संरक्षण एवं जन-जागरूकता को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को केवल एक सरकारी गतिविधि नहीं मानकर, एक जन आंदोलन के रूप में देखा जाना चाहिए। इसमें प्रत्येक नागरिक की सहभागिता आवश्यक है। स्वच्छ एवं संरक्षित जल स्रोत ही भावी पीढ़ियों की जल सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। उन्हांेने कहा कि तालाबांे,नदियांे ,जल, पृथ्वी, पीपल, तुलसी समेत विभिन्न पेड़ांे का पूजन हमारी पुरातन परंपरा रही है। इसी परंपरा को जीवित रखने के लिए वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत 5 जून से पूरे प्रदेश मंे अभियान चलाया गया है। इसके तहत जन भागीदारी के साथ विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही है। अमृत सरोवरांे के पूजन, श्रमदान के साथ पौधारोपण किया जा रहा है। उन्हांेने कहा कि जल के बिना जीवन संभव नहीं है। प्रभारी मंत्री कुमावत ने जल संरक्षण के लिए पारंपरिक पद्धतियों के जीर्णाेद्धार और जल संवर्धन में सक्रिय भूमिका निभाने का आहवान करते हुए कहा कि इस अभियान से आमजन को जोड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। उन्हांेने कहा कि इस अभियान के तहत कराने जाने वाले कार्याें के परिणाम धरातल पर नजर आने चाहिए। कुमावत ने जल संरक्षण को मौजूदा समय की जरूरत बताते हुए कहा कि जल ही जीवन है और हमें अपनी भावी पीढ़ियों के लिए इस अनमोल संसाधन को बचाना होगा। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से जल संरक्षण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और प्रयासांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। समाजसेवी अनंतराम विश्नोई ने कहा कि जल संरक्षण की पुरातन परंपराआंे को पुर्नजीवित करने की जरूरत है। उन्हांेने कहा कि बाड़मेर जिले के लोग वास्तविक रूप से पानी की कीमत पहचानते है। उन्हांेने आधुनिकता की दौड़ की पर्यावरण की अनदेखी से जुड़े विविध पहलूआंे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमंे अधिकाधिक पौधारोपण करना होगा। उन्हांेने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान मंे आमजन से भागीदारी निभाते हुए पौधारोपण करने एवं उसके पेड़ बनने तक सार संभाल करने का अनुरोध किया। उन्हांेने कहा कि पेड़ांे की रक्षा के लिए अमृता देवी ने अपने प्राणांे को न्यौछावर कर दिया। उन्हांेने कहा कि पानी के महत्व को नहीं भूले और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रकृति की इस अनमोल विरासत को सहेज कर रखें। कार्यक्रम के दौरान बाड़मेर विधायक डा.प्रियंका चौधरी, जिला कलक्टर टीना डाबी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार, समाजसेवी दीपक कड़वासरा, वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के संयोजक वीरसिंह भाटी, देवीलाल कुमावत,सांगा राम जांगिड़, खुमानसिंह सोढ़ा,महावीर सिंह चूली,उपखंड अधिकारी वीरमाराम,परियोजना अधिकारी जीयाराम, विकास अधिकारी प्रदीप इनाणिया,नीतू व्यास, सरपंच श्रीमती सोनू कंवर समेत विभिन्न जन प्रतिनिधिगण, विभागीय अधिकारी,कार्मिक एवं आमजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरूआत मंे स्वागत उदबोधन मंे अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के बारे मंे अवगत कराते हुए कहा कि बाड़मेर जिले मंे इसको लेकर जन भागीदारी के साथ वृहद स्तर पर गतिविधियांे का आयोजन किया गया है। भू संरक्षण एवं जलग्रहण विभाग के अधीक्षण अभियंता फरसाराम गौड़ ने अतिथियांे का आभार जताते हुए कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत बाड़मेर जिले मंे वृहद स्तर पर जल एवं पर्यावरण संरक्षण गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इस दौरान उपस्थित जन समुदाय को जल एवं पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन ओम जोशी ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत मंे पंडित सुनील दवे ने प्रभारी मंत्री जोराराम एवं अन्य अतिथियांे की उपस्थिति मंे अमृत सरोवर पूजन को संपादित करवाया। इस दौरान प्रभारी मंत्री, जिला कलक्टर समेत अन्य अतिथियांे ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
*श्रमदान से जन भागीदारी का संदेशः* प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत, जिला कलक्टर टीना डाबी समेत जन प्रतिनिधियांे, प्रशासनिक अधिकारियांे, सिविल डिफेंस स्वयंसेवकांे ,कार्मिकांे एवं गणमान्य नागरिकांे ने जालीपा नाडी पर श्रमदान के जरिए वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान मंे आमजन की भागीदारी का संदेश दिया।
*महिलाआंे ने दिखाया उत्साहः* जालीपा अमृत सरोवर तालाब पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान बड़ी तादाद मंे ग्रामीण महिलाएं उपस्थित रही। उन्हांेने जल संरक्षण एवं पौधारोपण गतिविधियांे मंे सक्रिय भागीदारी का भरोसा दिलाया।
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