_गुजरात में मूसलाधार बारिश बनी काल, 18 की मौत, कई जिलों में स्कूल बंद, SDRF की टीमें तैनात_*

 *_गुजरात में मूसलाधार बारिश बनी काल, 18 की मौत, कई जिलों में स्कूल बंद, SDRF की टीमें तैनात_*

गांधीनगर: राज्य में मूसलाधार बारिश के कारण कई जिलों में नदियां और नहरें उफान पर हैं. कई सड़कें पानी में डूब गई. बोटाद जिले में भारी बारिश के चलते कल सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है. मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सभी जिलों के कलेक्टरों के साथ बैठक कर हालात का जायजा लिया.

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र गांधीनगर में राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने सौराष्ट्र, कच्छ और मध्य गुजरात में भारी बारिश के पूर्वानुमान के बारे में जानकारी दी. साथ ही बताया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एसईओसी गांधीनगर में आईएमडी अधिकारियों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अन्य विभागों और बारिश से प्रभावित जिलों के कलेक्टरों के साथ जुड़े और राहत-बचाव और अन्य कार्यों की समीक्षा की.

राहत आयुक्त ने आगे कहा कि अरब सागर में कम दबाव की स्थिति के कारण अगले दो दिनों में गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों में बारिश देखने को मिलेगी. अब तक सबसे ज्यादा बारिश बोटाद जिले के बरवाला तालुका और उसके बाद सुरेंद्रनगर जिले के सायला तालुका में देखने को मिली.


भावनगर में भी पानी में फंसे लोगों का रेस्क्यू


भावनगर जिले में आपदा टीम, तालुका प्रशासन की अग्निशमन टीम, नगर निगम और नगर तालाब की अग्निशमन टीम लगातार घूम रही. भारी बारिश के कारण पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के काम में लगी हुई रही. दूसरी ओर भावनगर जिले में भी भारी बारिश देखने को मिली.


उमराला के गोलरामा से नगर तालाब अग्निशमन टीम ने 20 लोगों को, वल्लभीपुर के चमारी से 14 लोगों को और वल्लभीपुर शहर से 2 लोगों को तथा सीहोर के डंभालिया-पालडी रोड के पास फंसे 9 लोगों को और मंगराला से 4 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.इसके अलावा सीहोर के पालडी डंभालिया रोड पर रात को भारी बारिश से 49 लोग प्रभावित हुए. इनमें से 40 लोग खुद ही सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए जबकि 9 लोगों को भावनगर नगर निगम टीम और एनडीआरएफ टीम ने बचाया. भावनगर जिले के 10 तालुकाओं में से 6 तालुकाओं में पूर्वानुमान के अनुसार सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक बारिश दर्ज की गई.


20 जिलों में एसडीआरएफ की टीमें तैनात


राहत और बचाव कार्यों की जानकारी देते हुए आलोक कुमार पांडे ने बताया कि अब तक एनडीआरएफ की 12 टीमें अलग-अलग जिलों में भेजी गई हैं. ताकि बारिश की स्थिति में नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके और आपदा के समय नागरिकों को बचाया जा सके.इसके अलावा राज्य के 20 जिलों में एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात की गई हैं. लंबे समय से हो रही बारिश के दौरान बिजली गिरने, तूफान आने और अन्य कारणों से राज्य में 18 नागरिकों की मौत हो गई है. इसके अलावा बारिश में कच्चे मकान और पक्के मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.


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